एशिया के सबसे उंचे हनुमान मंदिर में बना एस्केलेटर (Jakhoo Temple)

एशिया के सबसे उंचे हनुमान मंदिर में बना एस्केलेटर (Jakhoo Temple)



हिमाचल की राजधानी शिमला के जाखू मंदिर (हनुमान मंदिर) में पहुंचने के लिए अब भक्तों को चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ेगी। अब जाखू मंदिर जाने के लिए एस्केलेटर सुविधा शुरू हो गई। जाखू हिमाचल का पहला ऐसा मंदिर बन गया है जहां पर एस्केलेटर की सुविधा मिल रही है। इस एस्केलेटर का शुभारंभ गुरुवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया। यह एस्केलेटर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत रोपवे कॉरपोरेशन की ओर से बनाया गया है। एशिया के सबसे उंचे हनुमान मंदिर में बना यह एस्केलेटर भक्तों को सीधे हनुमान जी की 108 फीट ऊंची मूर्ति के पास पहुंचाएगा। शिमला का जाखू मंदिर अकेला ऐसा मंदिर है जहां पर रोपवे, टैक्सी , पैदल मार्ग और एस्केलेटर के जरिए पहुंचा जा सकता है। एस्केलेटर को मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर 108 फीट ऊंची मूर्ति तक बनाया गया है।

पैदल मार्ग के जरिए जहां पर मंदिर तक पहुंचाने के लिए करीब 25 से 30 मिनट तक का सफर लगता है और सीधी चढ़ाई में चढ़ने काफी मुश्किल हो जाता है। वहीं अब एस्केलेटर के जरिए करीब डेढ़ मिनट में यह सफर तय किया जा सकेगा।

इस एस्केलेटर को चारों तरफ से से बंद रखा गया है ताकि हर एक मौसम में भक्त बिना किसी समस्या के मंदिर तक पहुंच सकते हैं। फिलहाल एस्केलेटर में जाने के लिए किसी तरह की टिकट की व्यवस्था नहीं की गई है। लेकिन संभव है कि आने वाले समय में 10 से 20 रुपए देकर लोग एस्केलेटर की सुविधा का फायदा उठा सकते हैं । जिसके लिए दोनों जगह पर टिकट काउंटर्स भी बनाए गए हैं। एस्केलेटर के लिए जो जगह बनाई गई है वहां पर दीवारों पर खूबसूरत पेंटिंग बनाई गई है। दीवारों पर रामायण के अलग-अलग घटनाक्रमों की जानकारी दी गई है।

Courtesy: https://navbharattimes.indiatimes.com/

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