
कोरोना काल में हनुमान बाबा के भक्तो की भक्ति में कोई कमी नहीं आयी है परन्तु मंदिरो में जाना और प्रसाद पाना अभी भी इस महामारी के समय उचित नहीं है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए डाक विभाग की और से ऐसी व्यवस्था की गई है कि हनुमान बाबा के भक्तो को राम नगरी अयोध्या के हनुमानगढ़ी का प्रसाद घर बैठे ही मिलता रहे। डाक विभाग पहले से ही गंगाजल, काशी विश्वनाथ मंदिर की भभूति, महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन का प्रसाद श्रद्धालुओं को घर बैठे उपलब्ध करा रहा है।
इस व्यवस्था के बाद, राम नगरी अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर का प्रसाद अब देश के कोने-कोने तक पहुंच सकेगा. यहाँ तक की विदेश में रहने वाले श्रद्धालु भी अब घर बैठ कर ही बंजरगबली का प्रसाद मंगा सकते हैं.
हनुमानगढ़ी का प्रसाद पाने के लिए भक्तों को 251 या 551 रुपए का मनीऑर्डर करना होगा। मनीऑर्डर "सब पोस्टमास्टर अयोध्या-पिन कोड 224123" के नाम से होगा। 251 रुपए का मनीआर्डर करने पर बजरंगबली के प्रसाद के रूप में लड्डू, तस्वीर, महावीरी किताब दी जाएगी, वहीं 551 रुपए वाले मनी ऑर्डर पर लड्डू, तस्वीर, महावीरी किताब, तुलसी की माला और हनुमान यंत्र दिया जाएगा. मनीआर्डर मिलने पर श्रीहनुमानगढ़ी मंदिर के सौजन्य से उपलब्ध प्रसाद को, संकटमोचन सेना ट्रस्ट के जरिए डाक विभाग श्रद्धालुओं तक पहुंचाएगा।
इस सेवा की शुरुआत परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल विवेक कुमार दक्ष ने की। इस मोके पर आरएंडसी कंपनी के सौजन्य से हनुमानगढ़ी का विशेष आवरण व विरूपण जारी किया गया। पोस्टमास्टर जनरल विवेक कुमार दक्ष ने कहा कि हनुमानगढ़ी का विशेष आवरण न सिर्फ देश के भीतर बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सांस्कृतिक संदेश वाहक होगा, और दुनिया भर के डाक टिकट संग्राहकों के लिए यह अमूल्य निधि की तरह होगा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ. सुनील कुमार सिंह ने कहा कि डाक विभाग भारतीय संस्कृति को निरंतर समृद्ध कर रहा है। इससे युवा पीढ़ी को भी अपनी सभ्यता, संस्कृति एवं विरासत से जुड़ने का मौका मिल रहा है।
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