
महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद नहीं खुले 'लेटे हनुमान मंदिर' के पट
महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद मंगलवार को प्रयागराज में लेटे हनुमान मंदिर के पट नहीं खुले। श्रद्घालु पहुंचे लेकिन उन्हें दर्शन नहीं मिले।
आपको बता दें कि सोमवार को नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रमुख आचार्य नरेंद्र गिरी के निधन से देश के साधु-संत समाज में शोक की लहर व्याप्त है. यह लाजिमी भी है, क्योंकि वैष्णवी अखाड़ों समेत नागा-साधु संन्यासियों की प्रमुखता वाले सभी 13 अखाड़ों (3 वैष्णवी अखाड़े भी) के सर्वमान्य प्रमुख का संदिग्ध परिस्थितियों में चले जाना, सामान्य बात है भी नहीं. अखाड़ा परिषद के प्रमुख के पद पर रहने का महत्व इससे भी समझा जा सकता है कि इनके बीच समन्वय का काम अत्यंत मुश्किल भरा है, जिसे महंत नरेंद्र गिरी बड़ी आसानी से लंबे समय से संभालते आ रहे थे. इसके अलावा वे प्रयागराज की प्रसिद्ध बाघम्बरी गद्दी और संगम-तट पर स्थित लेटे हनुमानजी के भी महंत थे.
अपने अगले लेख में प्रयागराज में लेटे हनुमान मंदिर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगे।
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